Website Me Master Internal Linking Kaise Kare – Kumar G

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वेब पेज में इंटरनल लिंक्स का होना बहुत महत्वपूर्ण है फिर चाहे वह इंटरनल लिंक हो या एक्सटर्नल।

फिलहाल अभी हम इंटरनल पर चर्चा करने वाले जिसमें हम इंटरनल लिंक्स क्या होते हैं और वेबसाइट में मास्टर Internal Linking Kaise Kare

〉 Internal Link Kya Hai

इंटरनल लिंक हाइपरलिंक्स होते हैं यह लिंक मदद करते हैं एक पेज से दूसरे पेज तक जाने के लिए। यह लिंक्स गूगल को आपकी सामग्री खोजने में सहायता करती है। 

इंटरटनल लिंक एक डोमेन के अंदर ही घूमते रहते है हम इन पर क्लिक करके एक पेज से दूसरे पेज तक आसानी से जा सकते है। 

〉 Internal Link Importance

उपयोगकर्ता के लिए अधिक जानकारी :

यदि आपके वेबपेज पर कोई लिंक है तो इसका मतलब यह है कि उस लिंक पर और कोई जानकारी भी मौजूद है दूसरे पेज से जुड़े हुए हैं

यह बात मैटर नहीं करती कि वह किस बारे में है अभी बस यही है कि आपके पास उस लिंक पर जानकारी है। 

उपयोगकर्ता के अनुभव अच्छा बनाती है 

प्रक्रिया कोई भी हो हम उपयोगकर्ता के अनुभव को बेहतर बनाने पर काम करते हैं क्युकी जैसे जैसे उपयोगकर्ता कंटेंट पढ़ता जाता है उसे लिंक में नई नई और जरूरी जानकारी पढ़ने का अवसर मिलता है

यदि जानकारी से वह कुछ सीखता है तो वह अच्छा अनुभव करता है और वह हमारी वेबसाइट पर भरोसा भी करने लगता है

गूगल बोट्स के लिए क्रॉलिंग में सहायता :

वेब पेज पर मौजूद लिंक्स गूगल के लिए कॉलिंग में आसानी बनाते हैं क्योंकि जब गूगल को वेब पेज पर कोई लिंक मिलता है तो वह उस पर क्लिक करके दूसरे पेज पर चला जाता है

फिर दूसरे पेज पर कोई लिंक मिलने पर गूगल तीसरे पेज पर चला जाता है जब तक गूगल को लिंक मिलते रहेंगे वह उन्हें क्रॉल करने लगेगा यह प्रतिक्रिया लिंक मिलने पर चलती रहती है जिससे वह ज्यादा पेज क्रॉल कर लेगा। 

Master Internal Linking Kaise Kare

#1. कंटेंट में पहले लिंकिंग करे 

जैसे ही आप लिखना शुरू करते हैं पहली, दूसरी या तीसरी लाइन में इंटरनल लिंकिंग करें ऐसे करने से हम उपयोगकर्ता को प्रोत्साहित करते हैं की वह क्लिक करें

क्लिक करने पर जब कोई उपयोगकर्ता दूसरे पेज पर चला जाता है तो इससे आपका Dwell टाइम बढ़िया हो जाता है और वेबसाइट का बाउंस रेट कम होता है

यूजर का आपकी वेबसाइट पर ज्यादा समय बिताना गूगल को संकेत देता है कि वेबसाइट पर क्वालिटी कंटेंट मौजूद है।

#2. एंकर टेक्स्ट का इस्तेमाल करे 

यदि हम सामग्री में इंटरनल करते हैं तो हमें एंकर टेक्स्ट इस्तेमाल करना चाहिए। यह लिंक को और बाकी सभी शब्दों से अलग दिखाने का काम करता है

जिससे यूजर को तुरंत पता चलता है कि यह लिंक है। यदि हम एंकर टेस्ट का इस्तेमाल नहीं करते तो लिखी गयी सामग्री सभी शब्दों के समान लगेगी। 

#3. सभी जरूरी पेज को लिंक करे

यदि आप सर्च इंजन से ज्यादा ट्रैफिक की संभावना रखते है तो सभी जरूरी पेज को लिंक कर ले इससे होगा क्या यदि कोई उपयोगकर्ता आपके वेबपेज पर आता है तो वह पेज मिस ना हो।

ऐसे में यदि आपका कोई वेबपेज गूगल रैंक कर रहा है तो उस पेज को भी लिंक जूस मिलता है

अब लिंक जूस क्या होता है ?

सर्च इंजन में रैंक करने वाले पेज यदि किसी दूसरे पेज से लिंक हो तो दूसरे पेज अथॉरिटी बढ़ जाती है।

#4. वेबसाइट नेविगेशन पर काम करे 

वेबसाइट में हम लिंक को कहीं भी इंप्लीमेंट कर सकते हैं यह आपके ऊपर है कि आप कैसे इंटरनल लिंकिंग कैसे करते हैं आप हैडर में लिंकिंग कर सकते हैं

फूटर में भी लगा सकते हैं और साइड बार में भी। लिंक से लगाने से पहले आप एक छोटी रणनीति बना ले

अब रणनीति पर कदम रखते चले। उदाहरण के लिए मैंने अपने फुटर में कुछ जरूरी पोस्ट के लिंक लगाए हुए हैं क्युकी मुझे लगता है की  उपयोगकर्ता को यह हमेशा लाभ देती रहेगी और लोग इसे हमेशा पढ़ना चाहेंगे। 

#5. पुराने पेज को लिंक करे

जैसे – जैसे हम कंटेंट पोस्ट करते रहते हैं कंटेंट का जाल बिछता चला जाता है इन को जोड़े रखने के लिए हमारे पास इंटरनल लिंक करने का अवसर है

जिसे मैं तो खोना नहीं चाहता। आप भी नहीं करना चाहेंगे है ना ?

बेहतर होगा हम ओल्ड पोस्ट को अपडेट करते रहे और जो नए पोस्ट हैं उनको पुरानी पेज से लिंक करते रहे। यह गूगल को बताता है कि हम वेबसाइट के कंटेंट को अपडेट रखते है 

गूगल एक्टिव ब्लॉग को पसंद करता बजाय उसके जो महीने – दो महीने में एक पोस्ट पब्लिश करते है और जिनके पास वेबसाइट के लिए कोई रणनीति नहीं है। 

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#6. यूजर को कंफ्यूज ना करे 

उपयोगकर्ता को कंफ्यूज ना होने दें यह स्पष्ट रखें कि आप लिंक क्यों दे रहे हैं आप का लिंक देने का क्या उद्देश्य है जो लाइन आप लिख रहे हैं उसका कीवर्ड से कोई मेल है या नहीं ?

आमतौर पर लिंक उपयोगकर्ता को अधिक जानकारी देने के लिए लगाया जाता है 

कोशिश करें आप कुछ शब्दों को लेकर लिंकिंग करें केवल एक दो शब्दों का इस्तेमाल ना करें उदाहरण के लिए जैसे मैं एक पोस्ट के लिए टाइटल टैग बनाना चाहता हूं

तो इसी सिर्फ मैं टाइटल टैग में इम्प्लीमेंट नहीं करना चाहूंगा इसके बजाय मैं टाइटल टैग कैसे बनाते हैं इसमें इम्प्लीमेंट करूंगा

ऐसे इंटरनल लिंकिंग करने से 2 फायदे हैं एक तो उपयोगकर्ता को अच्छा अनुभव मिलेगा और दूसरा यदि कोई सर्च इंजन में सर्च करता है कि टाइटल टैग कैसे बनाते हैं तो उस कीवर्ड पर मेरा आर्टिकल के रैंक करने चांस बढ़ जाते है। 

#7. रंगो का इस्तेमाल करे 

आप चाहे तो लिंक को एक अलग कलर दे सकते हैं इसे लिंक पर सीधे नजर जाती है पर ध्यान रखे सभी लिंक्स को एक कलर हे दे। अलग अलग रंग यूजर को डिस्ट्रक्ट कर सकते है 

यह शब्दों को हाईलाइट कर देगा और आपका आर्टिकल में सुन्दर दिखाई देगा। जैसे में अपने ब्लॉग में सी ग्रीन कलर का इस्तेमाल करता हूं जो मुझे काफी पसंद है

[bctt tweet=” Master Internal Linking ” username=”a1jaankari”]

About Internal Linking 

मुझे उम्मीद है कि अब आपको इंटरनल लिंक की महत्वता पता लग गई होगी हमारे पेज को रैंक करने में मदद करती है और गूगल के लिए क्रॉलिंग में आसानी होती है 

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