Chaurasia Caste In Hindi – बराई, तमोली, थवाईत, कुमरावत

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भारत में अनेक प्रकार के लोग रहते हैं जिनकी अलग-अलग जातियां और उपनाम है इसी तरह चौरसिया जाति जो भारत में प्रचलित है चौरसिया जाति के काफी लोग विभिन्न – विभिन्न राज्यों में रहते हैं

आज हम चौरसिया जाति के बारे में पढ़ने वाले हैं चौरसिया कौन होते हैं, चौरसिया कौन सी कैटेगरी में आते हैं चलिए शुरू करते हैं Chaurasia Caste In Hindi

Chaurasia Caste Meaning In Hindi

भारत के कई जातियों की तरह चौरसिया कॉस्ट भी पिछड़े वर्ग में आती है, चौरसिया जाति को और भी कई अन्य नाम जातेबराई, तमोली, थवाईत, कुमरावत के नाम से भी जाना जाता है।

चौरसिया जाति का इतिहास :

Chaurasia Caste (चौरसिया जाति) जाति का इतिहास बहुत ही पुराना है चौरसिया जाति में “चौरासी” शब्द एक ऋषि से लिया गया है चौरसिया जाति के लोगों का मुख्य व्यवसाय पान की खेती करना था।

हम क्या सकते हैं जब शुरू में पान की खेती हुआ करती थी, तब उसे समय चौरसिया जाति के लोग रहा करते थे।

चौरसिया जाति की उत्पति :

चौरसिया शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द चतुरशीति, जिसका मतलब होता है चौरसिया समाज 84 गोत्रो से मिलकर बना है।

बरई जाति की उपजातियां :

चौरसीया , कश्यप , भरद्वाज , तमोली , शर्मा , गौरहर , वर्मा चौरसिया जाति का और भी कई नामों से पुकारा जाता है।

चौरसिया जाति के व्यवसाय :

चौरसिया जाति के लोगों का मुख्य व्यवसाय पान की खेती करना था यह पान कोई मामूली पान नहीं होता था, इसका सेवन करना लाभदायक माना जाता था, क्योंकि इसमें बहुत प्रकार की औषधियां मिलाई जाती थी।

चौरसिया जाति के मुख्य त्यौहार :

वैसे तो दुनिया में बहुत सारे त्यौहार मनाये जाते हैं, लेकिन चौरसिया जाति के लोगों के लिए उनका मुख्य त्यौहार नाग पंचमी माना जाता है कहते है चौरसिया जाति की उत्पत्ति नागकन्या से हुई है।

भारत के विभिन्न क्षेत्रों में नागपंचमी को “चौरसिया दिवस” के नाम से मनाया जाता है।

भारत में चौरसिया जाति की जनसंख्या :

चौरसिया जाति के लोगों की संख्या कितनी है यह अनुमान लगाना काफी मुश्किल है, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक भारत में करीब डेढ़ करोड़ लोग चौरसिया जाति के है।

FAQs About Chaurasia Caste In Hindi

Q1. चौरसिया कौन सी जाति है ?

Ans : चौरसिया जाति हिंदू समुदाय ब्राह्मणों का गोत्र है, जो मूल रुप से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, नेपाल, बिहार में निवास करते हैं।

Q2. चौरसिया का गोत्र कौन सा है ?

Ans : चौरसिया जाति का गोत्र 84 गोत्रो से मिलकर बना है जिनके नाम है राजधीर, रसेला, भगत, चौऋ षि, कश्यप, भरद्वाज, ऋषि, ब्रह्मचारी, सांडिल्य, मोदी, चौधरी, भाटिया, शर्मा, गौरह, बराई, तम्बोली, राई, नाग, मुंशी, बारी, राऊत, रमेला, गोरेला, कटारिया, बन्दीछोड महोबिया, मंजूरियां, धेनु, वृन्दावन का खम्ब, धानक समान,बंधरैला, झगड़ैला इत्यादि गोत्र शामिल हैं।

Q3. चौरसिया जाति कौन सी कैटेगरी में आती है ?

Ans : चौरसिया जाति पिछड़े वर्गों में आती है।

Q4. चौरसिया का मतलब क्या होता है?

Ans : एक जाति विशेष और वैश्यों का एक कुलनाम और सरनेम।

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  1. चौरसिया ब्राह्मणों का उपनाम है चौरसिया ब्राह्मण 84 गोत्र से मिल कर बना है जैसे कि शिव ब्राह्मण, नागार ब्राह्मण चौरसिया ब्राह्मण मे आते है महर्षि चौरासी जी महाराज इन ब्राह्मणों के कुलदेवता है चौरसिया जाती का उपनाम। कश्यप, भ्रद्वाज, शर्म, ऋषि, मुनि, पांडे, तिवारी, शांडिल्य, ब्रामचरि, गौरह, भगत, चौरीशि, बरई, नागवंशी, नागार, शिव है | ये बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात हरियाणा, और देल्ही मे निवास करते है ये 10 सेस्ट ब्राह्मणों मे से एक है 2 नंबर पर आते हैं|

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