Blog Ka Page Experience Kaise Check Kare (#7 Tactics)

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सोचो ज़रा यदि आप किसी ब्लॉग पर जाते हो वह आपको अच्छा पेज एक्सपीरियंस ना दे।

हो सकता है टेक्स्ट बहुत छोटे हो।, पेज लोड समय ज्यादा हो और नेविगेशन बटन ढूंढ़ने में समय लग रहा हो आदि। मैं होता तो उस ब्लॉग को वही छोड़ दूंगा ज़ाहिर है आप भी छोड़ देंगे।

तो आज इस पोस्ट में आप जानेंगे की अपने Blog ka page experience kaise check kare 

तो पेज एक्सपीरियंस को को कैसे परखा जाये?

इसमें नई बात पता क्या हैं की हम पेज एक्सपीरियंस को जाँचने के लिए किसी टूल का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

टूल्स से मापना भी अहम है, लेकिन आज गूगल इतना एडवांस हो चुका है की हमे भी अब एडवांस काम करने की जरूरत का तभी हम अच्छे रिजल्ट की आशा कर सकते है।

तो टूल्स का भी यूज़ कीजिये जो मै आपको इस पोस्ट के लास्ट में बताऊंगा, लेकिन यह तरीका भी अपनाये।

Blog Ka Page Experience Kaise Check Kare

⌈ User Case Study ⌋

मेरा यही मानना हैं की है किसी ब्लॉग के पेज एक्सपीरियंस को परखने के लिए यूजर केस स्टडी अपने आप में बहुत अहम हैं सिर्फ इसलिए नहीं की यह केवल पेज एक्सपीरियंस को दर्शाती है

बल्कि इसलिए भी की यह गूगल को बताती है की आप एक यूजर की क्वेरी पर ज्यादा फोकस करते है और बेहतर पेज एक्सपीरियंस देने में विशवास रखते हैं।

User Case Study क्या है?

यूजर केस स्टडी में हमे यूजर की पहचान करनी होती है की एक्चुअल में यूजर क्या चाहता है उसका इंटेंट क्या है और वो कहाँ तक आगे सोच सकता है अपनी क्वेरी को लेकर।

जैसे: यूजर ने सर्च किया Best smartphone under 15000

अब यूजर फ़ोन देखना चाहता हैं 15000 के अंदर।  वो अलग अलग प्लेटफार्म पर चैक कर सकता है की कहाँ पर उसे low price में मिल रहा है वो flipkart, amazon और snapdeal जाने की आशा रखता होगा और हो सकता है वो फ़ोन Choose करके comparison करे।

तो इस तरह हमे यूजर के मकसद की पहचान गहराई से करने की जरूरत है।

User Case Study का उदेश्य :

जैसे गूगल अपने क्लाइंट्स का बहुत ख्याल रखता है और उनके इंटेंट को पहचान कर पूरी सटीक जानकारी देता है।

इसमें कोई शक नहीं की गूगल भी यूजर केस स्टडी करता है तभी आज वो यूजर की Query को झटपट पूरा करता देता है। मैने और आपने भी ब्लोग्स बनाये हुए है किसके लिए ? यूजर के लिए।

अब हमारी जिम्मेदारी बनती है की हम यूजर को पहचाने की वो क्या चाहने के लिए हमारे ब्लॉग पर आया है, जो यूजर ढूंढ रहा है वो रिजल्ट हमारे ब्लॉग में है भी या नहीं। यदि है तो कितना परसेंट रिलेवेंट है।

अतः हम कह सकते है की इस स्टडी का उदेश्य यूजर की Query को पहचान कर रिलेवेंट रिजल्ट प्रोवाइड करना है।

मै मानता हू की पेज एक्सपीरियंस को चैक करने के लिए आज ढेरो टूल्स है, इनकी कमी नहीं है तो अब आपका यह कहना बिल्कुल जायज होगा की भला मै क्यों यूजर केस स्टडी करू जब की इंटरनेट पर बहुत से टूल्स पहले से मौजूद है।

मैं आपको अपने ब्लॉग के साथ कुछ प्रैक्टिकल करने के बारे बोलने जा रहा है अब मैं आपको थोड़ा विस्तार में बताता हूँ।

User Case Study कैसे करे?

अपना ब्लॉग पढ़ने को बोले :

सबसे अच्छा तरीका लगता है मुझे। अपने किसी दोस्त को बोले मेरा ब्लॉग पढ़े और उन चीज़ो को अपने नोट पैड में लिखे जिसमे आपके दोस्त को दिक्कत आयी हो।

इसमें आपके दो फायदे है एक तो आपके कंटेंट की Quality अच्छी होती है। और ऐसा करने से उन गलतियों को ढूंढा जा सकता है जिन्हे आप खुद नहीं ढूंढ सकते।

इसमें आपको अपने दोस्त की मदद लेनी होगी। क्युकी वही आपको बताएगा की कंटेंट में क्या सुधार करने की जरूरत है।

टिप : पेज एक्सपीरियंस को परखने के लिए आप अपने दोस्त को दो ब्लॉग पढ़ने के लिए दे और आप उन्हें बताये नही की आपका ब्लॉग कौन सा है फिर उनसे पूछे किस ब्लॉग ने आपको अच्छा पेज एक्सपीरियंस दिया।

दोनों के नेगटिव और पोस्टिव पॉइंट्स नोट कर लीजिए दोनों को comparison कीजिये और फिर उस हिसाब से चेंज करते रहे।

Advanced #7 Tactics

#1. Pure Engaging

यूजर आपकी पोस्ट पर कब आयेगा जब यूजर को आपका मेटा टाइटल और मिटा डिस्क्रिप्शन एंगेज करेगा।

फिर उसके बाद अपने आर्टिकल को एंगेजिंग बनाये। कोशिश करे की बोरिंग आर्टिकल लिखने की बजाए थोड़ा हट के लिखे वो ज्यादा बेहतर है। “एंगेजिंग पोस्ट” यूजर को पोस्ट पढ़ने में अपनी तरफ attract करती है।

जैसे एक लाइन है की (example के लिए ) ( मै आपको बताऊंगा की गूगल एल्गोरिथ्म क्या होता हैं और कैसे काम करता है )

इसको ऐसा ना लिख कर आप लिख सकते है ( क्या आप आपको पता गूगल एल्गोरिथ्म क्या होते हैं और वो कौन से पैरामीटर का इस्तेमाल करता है जिससे ब्लॉग पर इम्पैक्ट देखने को मिलता हैं )

#2. Easy Accessible

जब कोई यूजर आपकी पोस्ट पर आता है तो वह आपके पोस्ट के साथ बात-चीत करता हैं जैसे किसी लिंक पर क्लिक करना इमेज डाउनलोड करना आदि।

तो यूजर को आसानी से सभी चीज़े आसानी से एक्सेस हो, यही आपकी कोशिश रहनी चाहिए। क्युकी जितना ज्यादा आप यूजर का काम आसान करोगे इसमें आपका ही फायदा।

यूजर को अपना परमानेंट क्लाइंट बनाने का अवसर होता है जिसे आप खोना नहीं चाहोगे।

#3. Check Text Size

आपको अपनी पोस्ट में  टेक्स्ट साइज बहुत बड़ा या छोटा नहीं रखना है नॉर्मल रखे। जिससे यूजर कोई पोस्ट पढ़ने में दिक्कत ना आये।

आप अलग-अलग फ़ोन और डेस्कटॉप  में अपने ब्लॉग खोल के चैक कीजिये की आपका पोस्ट में टेक्स्ट बहुत बड़ा या छोटा तो नहीं आ रहा।

#4. Content Design

अपने ब्लॉग के डिज़ाइन को सिंपल ही रखे। आपने देखा होगा जितनी भी professional ब्लोग्स या वेबसाइट होती है

वह सारी सिंपल ही होती है। तो मेरा भी कहना है अपने ब्लॉग के डिज़ाइन को सिंपल रखे। कंटेंट डिज़ाइन रैंकिंग पर कोई असर नहीं डालती लेकिन इससे पेज एक्सपीरियंस खराब हो सकता है।

#5. Task Achieve

जब यूजर आपको पोस्ट पर आता है तो वह अपने टारगेट तक पहुंचने में उसने कितना समय लिया और टारगेट तक पहुंचने तक क्या-क्या दिक्क़ते आई, यह सब पता करे, फिर उस अकॉर्डिंग पोस्ट को मॉडिफाई कीजिये।

#6. Author Profile

मुझे आशा है की अपने अपने ब्लॉग में अपना अपना ऑथर प्रोफइल लगाया होगा।

क्या ! नहीं लगाया ?

फिर आपको ज़रूरत है अपनी ऑथर प्रोफाइल क्रिएट करने की। इसके दो फायदे है – ये पेज एक्सपीरियंस स्कोर को तो बढ़ाते ही है साथ में गूगल की नज़र में authority को बढ़ावा मिलता है।

ऑथर प्रोफाइल से यूजर को अच्छा पेज एक्सपीरियंस मिलता है और यूजर को पता लगता है की यह पोस्ट आपने लिखी है। ऑथर प्रोफाइल यह दर्शाती है की जैसे आप वही मौजूद है और उनसे बात कर रहे है।

अब बात हम पेज एक्सपीरियंस की कर रहे है तो जैसे मैंने शरू में बोला था कुछ टूल्स के बारे बताने के लिए। अब मैं कुछ टूल्स बता रहा हु जिसका यूज़ करके आप पेज एक्सपीरियंस को इम्प्रोव कर सकते है।

#7. Website Speed

सभी जानते है स्पीड बहुत मैटर करती है मैं ये नहीं कहूंगा की आप बस स्पीड पर ध्यान दे लेकिन वेबसाइट स्पीड बेहतर रखना भी ज़रूरी है।

गूगल स्लो speed वाली वेबसाइट को कम रैंक देता है जैसे किसी का आर्टिकल आपके आर्टिकल की क्वालिटी same है तो ज्यादा अच्छी स्पीड वाली साइट को वह ऊपर रख सकता है

तो मुझे क्या करना चाहिए ?

आपको बस इतना ध्यान में रखना है कम से कम प्लगिन्स का यूज़ करे। unnecessary css, javascript क्लियर कर दे। और इमेज कंप्रेस करके लगाए।

w3 total cache बेस्ट plugin जिससे आप unnecessary चीजो को डिलीट करने में आपकी हेल्प करता है।

यह भी पढ़े :

Mobile SEO Kya Hai, Kaise Kare ( The Complete Checklist)

Content Readability Kaise Improve Kare (10 Tactics) Kumar G SEO Wale

10 Ways Search Engine Visibility Kaise Badhaye (Kumar G)

याद रखने कुछ योग्य बाते :

अंत में यह बात याद रखना भी जरूरी है की केवल अच्छा पेज एक्सपीरियंस देनी वाली वेबसाइट ही रैंक करेगी तो ऐसा नहीं है। जो ऐसा बोल रहे है वो गलत बताते है। एक जैसे दो कंटेंट होने पर अच्छा पेज एक्सपीरियंस देनी वाली वेबसाइट ऊपर आ सकती है।

Search Engine Ranking Signal Sequence

निष्कर्ष (Conclusion)

आज हमने इस पोस्ट में सीखा जो की है Blog ka page experience kaise check kare और उन्हें इम्प्रूव करने के तरीके जाने।

उम्मीद है की आप अपने ब्लॉग के पेज एक्सपीरियंस को अच्छा बनाने के लिए भी से जुट जायेंगे।

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