Atri Gotra Meaning In Hindi – अत्रि गोत्र के बारे में हिंदी में

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हिंदू समुदाय में जो 8 गोत्र होते हैं उनमें से एक गोत्र Atri Gotra. अत्रि गोत्र अधिकतर ब्राह्मणों में पाया जाता है Atri Kon Hote Hai, Atri गोत्र का इतिहास क्या है और अत्रि गोत्र की कुलदेवी कौन है आइए इस पोस्ट के माध्यम से Atri Gotra Ke Baar Me विस्तार से जानते हैं।

Atri Gotra Meaning In Hindi – अत्रि गोत्र के बारे में हिंदी में

Atri Gotra Definition : Atri एक वैदिक ऋषि है जोकि इंद्र हिंदू समुदाय में और सभी अन्य देवी – देवताओं को भजन लिखने का श्रेय दिया गया है जैसे हिंदू धर्म में कई गोत्र सप्तऋषियों से आते है उसी तरह Atri Gotar भी सात महान ऋषियों से आता है।

ऋग्वेद में जो पांचवा मंडल होता है उनके सम्मान के लिए उन्हें अत्रिमंडल कहा जाता है, अत्रि ब्राह्मण की 9 प्रजातियों में से एक है।

कम शब्दों में : अत्री अत्री, अत्रे, अत्रेय, आत्रे, आत्रेय उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, नेपाल में पाए जाने वाले ऋषि गोत्र है. उनका उद्भाव अत्रि नामक ऋषि से हुआ है। Atri Gotar सबसे ज्यादा ब्राह्मणों में ही पाया जाता है।

Atri का रामायण में उच्चारण :

Atri Gotar का उच्चारण कई महान महाकाव्य रामायण और महाभारत में इनका उल्लेख किया गया है, क्योंकि रामायण में जो राम और सीता थे वह अत्रि ऋषि और उनकी पत्नी के आश्रम में गए थे।

Atri Gotra History – अत्री गोत्र का इतिहास

मध्यकालीन के कई पुराणों में Atri Gotra के बारे में सुनने को मिलता है इसके बारे में सटीक जानकारी नहीं है कि वह एक ऋषि थे या अलग-अलग ऋषयो के कोई समुदाय थे। वैदिक युग के पुराणिक प्रवधान से पता चलता है कि अत्रि ऋषि का अनसुया देवी से विवाह हुआ था। Arti Rishi के 3 पुत्र थे उन तीनों पुत्रों के नाम दत्तात्रेय, दुर्वासस और सोमा थे।

अत्रि ऋषि की पत्नी का नाम अनुसुइया था जो 7 महिलाओं पथराव में से एक मानी जाती थी। Arti Rishi ने घनघोर तपस्या की और तपस्या के बाद उनके सामने भगवान विष्णु और भगवान शिव प्रकट हुए और उन्हें वरदान दिया। अत्रि ऋषि के 3 पुत्र ब्राह्मण थे।

अत्रि गोत्र की शाखाएं क्या है ?

अत्रि से चंद्रमा, चंद्रमा से बुध, बुध से पुरुरवा, पुरुरवा से आयु, आयु से नहुष, नहुष से यति, ययाति, संयाति, आयति, वियाति और कृति नामक छः महाबल-विक्रमशाली पुत्र हुए।

अत्रि गोत्र प्रवर क्या है?

अत्रि गोत्र के पूर्वज और महान ऋषियों को प्रवर कहते हैं उदाहरण के लिए कई गोत्र है ऐसे हैं जो अपने महान कार्यों और और अपनी महानता के कारण जाने जाते हैं।

दूसरी पत्नि वृषपर्वा की पुत्री शर्मिष्ठासे दुह्यु, अनु और पुरू तीन पुत्र प्राप्त किये ।
तुर्वसु ये यवन वंश, अनु से मलेच्छ, दुह्यु से भोज तथा पुरू से पौरव से वंश चला।
अत्रि ने अनसूया से तीन पुत्रों को प्राप्त किया – ब्रह्म के अंश से चंद्र |

FAQs About Atri Gotra Meaning In Hindi :

Q1. अत्रि गोत्र की कुलदेवी कौन है ?

Ans : Atri Gotra Ki Keldevi का नाम वकरा देवी है।

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This Post Has One Comment

  1. E P Singh

    Why have you not written about yadu, the eldest son of yayati

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